बिजली आंदोलन के बैनर तले लगी बिजली अदालत मेंसैकड़ों शिकायतें आईं। बिजली आंदोलन के संयोजक विजयगोयल ने कहा कि अब बिजली कंपनियों के शिकायत केंद्रों केपास ऐसी अदालतें लगाई जाएंगी।
बिजली अदालत में सबसे ज्यादा शिकायतें लोड बढ़ाने केतरीके पर आईं। लोगों की शिकायत थी कि पूरे साल मेंकंस्यूमर ने जिन तीन दिनों में सबसे ज्यादा बिजली यूज कीहै , बिजली कंपनी ने उतने ही किलोवॉट के हिसाब से लोडबढ़ा दिया। इसके नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूली गई ,जबकि न तो उस लोड के हिसाब से तार बदले गए और नही दूसरी सुविधाएं दी गईं।
एक कंस्यूमर बसंत लाल ने कहा कि वह रोहिणी स्लमएरिया में 22 गज के प्लॉट में रहते हैं और बिजली कंपनी ने उन्हें 3 लाख 12 हजार रुपये का बिल भेजा है।पहाड़गंज के एक कंस्यूमर ने कहा कि वह पीसीओ चलाते हैं और बिजली का बिल करीब 300 रुपये आता था।अब उन्हें 16 हजार रुपये का बिल भेजा गया है। आरडब्लूए प्रतिनिधि राजीव काकरिया ने फिक्स चार्ज खत्मकरने की मांग की। कृष्णा नगर आरडब्लूए के बी . एस . वोहरा ने कहा कि मुनाफे के बावजूद बिजली कंपनियांटैरिफ बढ़ाने की मांग कर रही हैं। लक्ष्मी नगर के नरेश गुप्ता ने शिकायत की कि नए कनेक्शन देने से पहले पिछलेबिलों का पैसा मांगा जाता है जबकि उससे हमारा कोई ताल्लुक नहीं है। पहाड़गंज के अनिल तलवार ने कहा किमिसयूज का आरोप लगाकर अनापशनाप पैसा मांगा जाता है। टैक्स गुरु सुभाष लखोटिया ने कहा कि इसअदालत से पता चलता है कि किस तरह बिजली कंपनियां आम जनता का शोषण कर रही हैं।
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