माननीय अरविंद केजरीवाल साहिब,
हम RWAs हैं. हम दिल्ली की हर गली, मोहल्ले, नुक्कड़ और चोबारे पे पाई जाती हैं. हमारी कोई जाती या धर्म नही होता. जगह के साथ-साथ, हमारे लोग तो बदलते रहते हैं, लेकिन सभी जगह हमारा नाम, सिर्फ़ एक ही होता है : RWA. हम अपने पल्ले से पैसे खर्च के, अपने बेशक़ीमती समय से, समय निकाल के, समाज के लिए कुछ करने को तत्पर रहते हैं.
शायद आप को पता नही कि हम तब भी थे जब 'आप' नही थे. हम तब भी थे जब माननीय शीला जी और उनकी भागीदारी भी नही थी और हम तब भी थे जब दिल्ली असेंब्ली भी नही होती थी. तब हम 'मोहल्ला सुधार समिति' हुआ करते थे. तब हमारे बड़े बुजुर्ग इस सेवा के लिए तत्पर होते थे. आज हम RWA हो गए हैं और सेवा का भार, हमारे बड़े बुजुर्गों से होता हुआ हमारे कांधो पे आ चुका है.
लेकिन दुख होता है जब बड़े बड़े नेता, चुनावों से पहले तो हमसे बड़े बड़े वादे कर लेते हैं और अपना वक्त निकालने के बाद हमसे कन्नी काटने लगते हैं. आख़िर हम आपसे चाहते ही क्या है ? हम आपसे कोई पैसा या पद नही माँग रहे. हम आपसे कोई गाड़ी या बांग्ला नही माँग रहे. हम आपसे कोई लाल बत्ती नही माँग रहे. हम तो सिर्फ़ इतना चाहते हैं कि हम ज़मीन से जुड़े हुए लोग, अगर अपने इलाक़ों मे कोई काम करवाना चाहते हैं, तो वो हो जाए. किसी मुद्दे पे, अगर हम लोग, अपनी कोई राय दें, तो उसको नज़र अंदाज़ ना किया जाए.
लो कर लो बात, अभी कुछ महीने पहले, आपने भी तो हमसे बड़े बड़े वादे किए थे, कि जैसे ही आप जीत कर आओगे, आप हमारे लिए RWA ACT लाओगे और दिल्ली असेंब्ली से पास भी करवा दोगे. आप ने भी तो वादा किया था की RWA को एम्पोवेर किया जाएगा. आप ने भी तो वादा किया था की हमारे काम मे MP और MLA का भी कोई दखल नही होगा. आप तो एक बड़े तगड़े मॅनडेट के साथ जीत गए और जीतने के बाद, शायद हमको भूल गए.
भाई साहिब, ये वादों वाली बात हम कोई खाली पीली ही नही कर रहे. जनाब ये सब तो आपकी अपनी वेबसाइट पे डला हुआ है. जिसके FTP का पासवर्ड भी सिर्फ़ आपकी टीम के पास ही होगा, अर्थात उसको अपलोड भी आप ही के लोगों ने किया होगा. चलिए साहिब, आपको, आपकी ही वेबसाइट के मोबाइल स्क्रीन शॉट दिखाते हैं और उम्मीद करते हैं कि शायद आपको सब कुछ याद आ जाए और अगर ओरिजिनल लिंक चाहिए, तो वो भी मिल जाएगा.
तो जनाब, इस वक्त तो हम आप से इतना ही चाहते हैं कि 17 जुलाइ को 'टॉक टू AK' मे आप हमारे सवालों के जवाब भी दें कि क्या हुआ उन वादो का जो खुद आपने किए थे हम लोगों से, चुनाव जीतने से पहले. हमे बताएँ कि 'क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम, वो इरादा' ?
Talk to AK : Talk to RWAs : 17th July
Thanks & with best regards,
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B S Vohra
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