एक बार फिर से दिल्ली वालों को बिजली का ज़ोर का झटका लगने वाला है और वो भी दो - दो बार. एक बार तो PPAC के नाम पर दिल्ली मे बिजली के दाम बदाए जा सकते हैं ऑर दूसरी बार पब्लिक हियरिंग के बाद सालाना बडोतरी होने वाली है.
दिल्ली दिलवालों का शहर तो ज़रूर है लेकिन अब देखना सिर्फ़ इतना है कि आख़िर कब तक दिल्ली वाले इन डिस्कोमस के भारी बोझ को अपने कांधों से धकेलते रहेंगे ? कब सरकार अपने वादों को हक़ीकत का रूप दे पाएगी ? कब हक़ीकत मे दिल्ली वालों के अच्छे दिन आएँगे क्योंकि कसमे, वादे, प्यार, वफ़ा, सब बातें हैं, बातों का क्या.
Comments awaited. Best regards,
B S Vohra
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