बिजली दरों में बढ़ोतरी करने के मामले में दिल्ली इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमिशन (डीईआरसी) ने लोगों की जो राय मांगी थी उसका सोमवार को अंतिम दिन था। इसके बाद अब 23 और 24 फरवरी को सार्वजनिक सुनवाई की जाएगी। उम्मीद है कि मार्च के अंत तक बिजली की नई दरों की घोषणा कर दी जाए।
डीईआरसी ने बताया कि बिजली कंपनियों ने उसके पास 13 जनवरी तक अपने-अपने अग्रीमेंट रेवेन्यू रिक्वायरमेंट (एआरआर) जमा कर दिए थे। इसमें सिर्फ एनडीएमसी को छोड़ते हुए बाकी बीएसईएस यमुना और राजधानी सहित एनडीपीएल ने घाटे का हवाला देते हुए बिजली की दरें बढ़ाने की मांग की थी। डीईआरसी ने 17-18 जनवरी को पब्लिक नोटिस जारी कर इस मसले पर 6 फरवरी तक पब्लिक की राय मांगी थी। इसके बाद यह तारीख 15 फरवरी तक के लिए बढ़ा दी गई थी। डीईआरसी का कहना है कि अगर कोई 15 फरवरी की रात 12 बजे तक भी ऑनलाइन अपनी राय देगा तो उसे भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
इसके अलावा जिन लोगों ने लेटर के जरिए उन्हें 15 फरवरी तक राय भेजने का काम किया है उनके लेटर भले ही 16 या 17 फरवरी तक उनके पास आए, ऐसे पत्रों को भी शामिल किया जाएगा। डीईआरसी का कहना है कि फिलहाल अभी इस बात की जानकारी नहीं ली गई है कि कितने लोगों ने अपनी राय भेजी है। इसका पता एक-दो दिन बाद लगाया जाएगा। फिर इन लोगों की राय को पढ़ा जाएगा और उनमें से कुछ कमेंट्स को बिजली कंपनियों की राय जानने के लिए उन्हें भी भेजा जाएगा।
डीईआरसी के मुताबिक इन्हें पढ़कर और सार्वजनिक सुनवाई के बाद बिजली की दरें बढ़ाने या न बढ़ाने के बारे में कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा। मालूम हो कि बीएसईएस यमुना ने बिजली की दरों में 60.04, बीएसईएस राजधानी ने 69.60 और एनडीपीएल ने 52.48 फीसदी तक की बढ़ोतरी करने की मांग की है।
with thanks : source : navbharattimes.indiatimes.com/delhiarticleshow/5577854.cms
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