एक तरफ आप बोलते हो की पिछले ४ सालों में आपने दिल्ली में बिजली के टैरिफ को नहीं बडाया। दूसरी तरफ आपने बिजली के फिक्स्ड चार्जेज को ६ से १० गुना तक बड़ा दिया। इसका नतीजा ये हुआ की डिस्कॉम्स को तो जितने बड़े हुए पैसे चाहिए थे वो मिल गए। तो फिर आप दिल्ली के लोगों से ये कैसे बोल रहे हो की दिल्ली में बिजली के रेट नहीं बड़े?
आपणे बिजली पर १७०० करोड़ की सब्सिडी दे दि। इसका नतीजा ये हुआ की अपने बिल का कुछ हिस्सा तो लोग खुद देते हैं और बाकि आप चूका देते हो। जिससे डिस्कॉम्स तो पूरा पैसा मिल जाता है और आप बोलते हो की दिल्ली में बिजली सबसे सस्ती है। लेकिन वो पैसा जो आप सब्सिडी में दे देते हो, वो पैसा आपका अपना थोड़ी न है। वो भी तो दिल्ली की जनता का पैसा है तो फिर दिल्ली में बिजली सस्ती कैसे हुई ?
April २०१८ से हम लोग शोर मचा रहे हैं की फिक्स्ड चार्जेज के नाम पर दिल्ली वालों को लूटा जा रहा है। अब जबकि लोक सभा में आपको झटका लग गया तो आपकी नींद खुली और आपने बोलना शुरू किया की DERC ने आपसे पूछे बिना ये फिक्स्ड चार्जेज बड़ा दिए थे और अब जुलाई में दोबारा से कम हो जाऐंगे। DELHI में ये फिक्स्ड चार्जेज कम तो होने ही चाहिए इसके साथ साथ पिछले १५ महीनो में जो पैसा एक्सेस कलेक्ट हुआ है, वो पैसा भी दिल्ली को वापिस मिलना चाहिये।
B S Vohra
President
East Delhi RWAs Joint Front - Federation
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