सुनने मे आया है कि दिल्ली सरकार ने अपने सभी MLAs से हर वॉर्ड से 7 लोगों के नाम माँगे हैं, आधार कार्ड के साथ, ताकि उनको लेकर नई RWAs बनाई जा सकें, और जो काम, मोहल्ला सभा ना बनने के कारण नही हो पाए हैं, उनको अंजाम तक लाया जाए, क्योंकि चुनाव अब सिर्फ़ 2 साल ही दूर हैं.
अगर आप मे से किसी के पास भी इस बारे मे कोई जानकारी है तो हमारे साथ तुरंत शेयर करें. अगर इस तरह से अपने कॅडर्स को लेकर नई RWA बनवाकर उनको तरजीह दी जाती है तो यह पिछले 20 सालों से भी ज़्यादा समय से काम करने वाली RWAs के साथ ना इंसाफी होगी.
हैरानगी इस बात की भी है कि जिन RWAs के साथ, आप पार्टी के नेता और वर्तमान CM ने बड़े बड़े वायदे किए थे, आख़िर उन RWAs से दिल्ली सरकार को परेशानी क्या है, और जीतने के बाद, क्यों दिल्ली के CM उन निष्काम और निष्पक्ष RWAs से मिलने से भी कुरेज करते हैं?
क्या परेशानी का सबब सिर्फ़ इतना है कि दिल्ली की सेवा मे जुटी ये निष्काम और निष्पक्ष RWAs, किसी व्यक्ति या किसी पार्टी विशेष की चमचागिरी ना करते हुए, ग़लत को ग़लत कहने का हौसला रखती हैं?
खैर, मंशा चाहे जो भी हो, दिल्ली की RWAs अपनी आवाज़ उठाने मे कोई भी कसर नही छोड़ेंगी और अगर दिल्ली सरकार के किसी ऐसे कदम की ठोस जानकारी मिलती है, तो उसका डट कर विरोध भी करेंगी.