Thursday, June 5, 2014

World Environment Day ?
















Worried over the Tag of the Most Polluted City of the world, we want to ask a question from the 'Central Pollution Control Board', that, " Is Delhi on the verge of a Respiratory / Cancerous Disaster  ? ".

Thanks,

B S Vohra
East Delhi RWAs Joint Front-Federation
Voice of Delhi RWAs

Who cares about our Most Polluted Delhi on this World Environment Day ?



























































































with thanks : Hindustan Times : 4th June, 2014

Who cares about our Most Polluted Delhi on this World Environment Day ?


Streetlight not working? Now 24×7 helplines to lodge complaints

In one of his first decisions as Mayor of the North Municipal Corporation, Yogendra Chandolia on Tuesday announced that complaints regarding non-functional streetlights can now be made directly at 24×7 helplines at the zonal control rooms of the corporation.
“Till now, complaints regarding non-functional streetlights were made directly to the discoms, which was cumbersome for consumers,” he said.
Grievances regarding streetlights can also be routed through the electrical divisional offices of the North corporation. With the new move, the corporation is making its offices and officials more accessible to people.
“Complaints regarding faults in streetlights can be made directly to the corporation at 24×7 helpline numbers at the zonal control rooms or electrical divisional offices. The complaints will immediately be forwarded to the discom concerned for prompt action,” Chandolia said.
The mayor said the corporation will act as a go-between in fixing faulty streetlights as soon as possible.
The city’s three discoms, the Tata Power Delhi Distribution Ltd (TPDDL), BSES Yamuna Power Ltd (BYPL) and BSES Rajdhani Power Ltd (BRPL) maintain 1,19,256 streetlights and semi-high mast lights in North corporation areas.
North corporation Commissioner Praveen Gupta said the number of streetlights, semi-high mast lights and park lights maintained by the electrical engineering department of North corporation was over one lakh.

with thanks : Indian Express : LINK

How to Drink More Water


How to Drink More Water

There is almost nothing more healthy than drinking water. It fights aging, flushes toxins out of our system, helps the skin and our immune system, as well asrevitalizing our brains. In addition, the number 1 cause of extra weight and obesity is the sugary drinks many of us have replaced water with.

The main problem with water is that it's bland, and since today's children, and many adults, are often used to drinking sugary beverages, the original is just not tasty. 

So here is some advice:

How to drink more water!
Add some slices of lemon (or lemon juice) to the water. The lemon is good for the stomach, skin, teeth and blood pressure, as well as add a nice taste to the water without adding sugar.
Be creative when cooling your drink.Freeze strawberries, grapes or cherries and add to the water, so you can enjoy cool water with a fruity touch.
Add some herbal tea to the menu. Tea contains critical antioxidants that fight aging, and it also detoxifies you and relaxes the body. Also, it's delicious!

Carry a bottle of water everywhere you go. Get a small bottle of water (or a big one, depending on the size of your bag) and carry it around with you. Whenever you feel a little thirsty, take a little sip. Not only will it hydrate you, but many a time it will save you the cost of buying a refreshing drink, those costs add up!
Understand how much water you need. The Institute of Medicine recommends an average of 3.7liters (125 ounces) per day for healthy adult men and 2.7 liters(91 ounces) per day for healthy adult women. Try to get close to that number.
Mix water with natural fruit juice - If you really need a stronger taste in your water, you can squeeze some fresh juice to enjoy added vitamins and age fighting antioxidants.
Try mashing fresh fruit into the water to create a 'shake' of water and fruit pulp, this will add nutritional fibers with an added sweet taste.
Can't give up carbonated drinks? Then move to soda water with a bit of lemon or ginger. The soda contains minerals that are good for your body, and the lemon or ginger will neutralize the slight after-taste
Drink more soup. Soup is a wonderful source of vitamins, nutritional fibers and protein, and helps you feel fuller while also hydrating you.

Don't forget to Drink Up!



 Dear All.

I am forwarding a mail . How to drink more water to keep your self healthy.

Your body needs more water in proportion to your age and body weight.

With best regards and true best wishes.

Major M C SOOD (Veteran)

Wednesday, June 4, 2014

सीट बैल्‍ट का इस्‍तेमाल श्री गोपीनाथ मुंडे की जान बचा सकता था स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन

केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मीडिया में आ रही उन खबरों की पुष्टि की है कि उन्‍होंने कहा है कि सीट बैल्‍ट का इस्‍तेमाल श्री गोपीनाथ मुंडे की जान बचा सकता था। डॉ. हर्षवर्धन ने दिवंगत ग्रामीण विकास मंत्री की अंत्‍येष्टि में शामिल होने के लिए बीड, महाराष्‍ट्र रवाना होने से पहले कहा ‘मैंने सिर्फ एक गलत फहमी के चलते अपना दोस्‍त खो दिया है कि अधिकांश लोग मानते हैं कि कार में पिछली सीट पर लगाई गयी बेल्‍ट केवल सजावट के उद्देश्‍य से लगाई जाती है। वास्‍तव में अगली सीटों की बैल्‍ट की तरह पिछली सीट पर बैल्‍ट लगाना भी अनिवार्य होता है। किसी अप्रिय स्थिति में यह जीवन बचाने का कारण हो सकती है।’

      मंगलवार को श्री गोपीनाथ मुंडे का निधन एक दुर्घटना के कारण हो गया था। लाल बत्‍ती  को पार कर एक कार ने श्री मुंडे की कार को टक्‍कर मार दी थी। इस दुर्घटना से उनकी कार को तो अधिक क्षति नहीं पहुंची लेकिन कार को लगे तेज धक्‍के की वजह से श्री मुंडे की गर्दन के जोड़ और उनकी रीढ़ की हड्डी को गंभीर चोट पहुंची, जिसके कारण मस्तिष्‍क को खून की आपूर्ति बाधित हुई और तत्‍काल उनकी हृदय गति और सांस रुक गयी। इसके अलावा उनका लीवर भी फट गया था और इसमें से खून बह रहा था।

      डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि ‘मैं इस तथ्‍य से बेहद दुखी हूं कि देश ने एक महत्‍वपूर्ण जननेता और समर्थ मंत्री खो दिया है, जिनका महाराष्‍ट्र की राजनीति में बहुत अच्‍छा प्रदर्शन रहा। आज मैं उन अनेक लोगों के दु:ख को अनुभव कर पा रहा हूं जो कार दुर्घटना में अपने प्रिय जनों को खो देते हैं। ऐसा केवल इसलिए कि सीट बैल्‍ट की आवश्‍यकता को नजरअन्‍दाज किया जाता है।‘
      स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि ऐसे बहुत सी दुर्घटनाएं हुई हैं, जो छोटी थीं, लेकिन लापरवाही के कारण घातक सिद्ध हुईं। अगस्‍त, 1997 में ऐसी ही एक दुर्घटना में ब्रिटेन की प्रिंसेस डायना की जान चली गई। उनकी तेज रफतार कार पेरिस में एक भूमिगत सुरंग में खम्‍भे से टकरा गई थी। इस दुर्घटना में कार में सवार उनके चार साथियों में से केवल अंगरक्षक ट्रेवर जॉन्‍स ही बच सके और  उन्‍होंने स्‍पष्‍ट किया था कि कार में सिर्फ उन्‍होंने ही सीट बैल्‍ट लगा रखी थी, जिसके कारण उनकी जान बच गई। प्रिसेंस डायना, उनके मित्र डोडी अल फायद और वाहन चालक हेनरी पॉल ने सीट बैल्‍ट को नजर अंदाज किया और जान गंवा बैठे।

   2007 में ऐसी ही एक दुर्घटना में दिल्‍ली के पूर्व मुख्‍यमंत्री साहिब सिंह वर्मा का एक सड़क दुर्घटना में ट्रक से हुई टक्‍कर के कारण निधन हो गया था। डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि श्री वर्मा ने यदि सीट बैल्‍ट लगाई होती तो उनकी जान बच सकती थी। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि यह मानना भ्रांति ही होगी कि श्री मुंडे की जान बच सकती थी, क्‍योंकि वह दुर्घटना के बाद अपनी कार में ही थे, बाहर नहीं गिरे। वास्‍तव में कभी-कभी ऐसा होता है कि जब व्‍यक्ति दुर्घटना के कारण बाहर नहीं गिरता, तब भी उसके शरीर को गंभीर चोट पहुंचती है। श्री मुंडे के आंतरिक अंग बुरी तरह से क्षतिग्रस्‍त हो गए थे। यदि सीट बैल्‍ट लगाई गई होती तो उनका जीवन बचाया जा सकता था।

      डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ‘’ सही  ढ़ग  से सीट  बैल्‍ट बांधने से जीवन की रक्षा होती है। अमरीका में अनुसंधान से पता चला है कि सीट बैल्‍ट बांधने से कार की अगली सीट पर बैठे यात्री को जान का जोखिम 45 प्रतिशत कम हो जाता है जबकि सामान्‍य से गंभीर किस्‍म की चोट लगने का जोखिम 50 प्रतिशत घट जाता है। वैन और स्‍पोर्ट युटिलिटी वाहनों की पिछली सीट पर बैठे लोगों ने यदि सीट बैल्‍ट लगा रखी  हो तो कार दुर्घटना के दौरान जान का जोखिम 75  प्रतिशत मामलों में बेहतर ढ़ग से टाला जा सकता है। यही नहीं यदि व्‍यस्‍क कार में सीट बैल्‍ट लगाकर बैठें तो बच्‍चों के बचने की संभावना 92 प्रतिशत रहती है, ज‍बकि सीट बैल्‍ट  लगाये बिना बैठे व्‍यस्‍कों के मामलों में बच्‍चों को जोखिम से बचाने की संभावना सिर्फ 72 प्रतिशत होती है’’।

      स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बैल्‍ट की अनदेखी करना चिंताजनक है। उन्‍होंने कहा ‘’कई कार मालिक अपनी कार की पिछली सीट को आराम के लिए आकर्षक कपड़े या अन्‍य चीजों से ढक देते है। इस प्रक्रिया में सीट बैल्‍ट उसके नीचे छुप जाती है। नि:संदेह इस तरह की लापरवाही के कारण दुर्घटना में मौत होने के मामले बढ़ जाते हैं’’।
 डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि 1955 तक अधिकतर विकसित देशों ने कार में सीट बैल्‍ट अनिवार्य करने की घोषणा कर दी थी। उनकी सरकारों ने सीट बैल्‍ट के निर्माण के मानकीकरण के नियम बना लिये। इसकी तुलना में भारत में सीट बैल्‍ट मोटर वाहन अधिनियम 1989 के पारित होने के बाद ही अनिवार्य की गई।  उन्‍होंने कहा कि इसे अब भी गंभीरतापूर्वक लागू नहीं किया गया है।

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का अभियान
      डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय गाड़ी चलाते समय सुरक्षा नियमों की अनदेखी करने वाले लोगों को जागरूक करने की पहल करेगा।

      स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि सुरक्षा के बारे में स्‍वयं सेवी संगठनों के सहयोग से मल्‍टी मीडिया अभियान चलाने पर विचार किया जा रहा है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा ‘’ मुख्‍य ध्‍यान प्रत्‍यक्ष रूप से दुर्घटना के शिकार अथवा उन बच्‍चों पर दिया जायेगा जिन्‍हें अभिभावक पिछली सीट पर बैठाते है अथवा जिनकी पर्याप्‍त देखभाल नहीं की जाती। बच्‍चे गलत लोगों का अनुकरण भी कर सकते हैं।

      स्‍वास्‍थ्‍यमंत्री ने कहा कि गलत ढ़ग से अथवा अंधाधुंध गाड़ी चलाने वाले लोगों का अनुकरण करने की बजाय बच्‍चों को सही ढ़ग से जीवन जीना सिखाना चाहिए।

      प्रत्‍यक्ष रूप से दुर्घटना का शिकार होने वाले बच्‍चों के कारण त्रासदी गंभीर रूप ले लेती है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने सिफारिश की है कि दस वर्ष से अधिक आयु के बच्‍चों को सीट बैल्‍ट बांधनी चाहिए और छोटे बच्‍चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्‍त इंतजाम करने चाहिए। दुर्घटना की रोकथाम के लिए अमरीकी रॉयल सोसाइटी की रिपोर्ट के अुनसार कार निर्माता वोल्‍वो के पेटेंट वाले बैल्‍ट डिजाइन के कारण दुनियाभर में 10 लाख लोगों का जीवन बचाया जा सका।

      स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि यह चिंता की बात है कि दुनिया के अन्‍य देशों की तुलना में भारत में युवा वर्ग आजकल सीट बैल्‍ट और हेलमेट (मोटरबाइक चलाते समय) लगाने में रूचि नहीं लेते। अनुसंधान से पता चला है कि खासतौर से महिला चालकों और मोटरसाइकिल चालकों, खासतौर से पिछली सीट पर बैठी महिलाओं में यह रूझान बहुत अधिक देखा गया है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा है कि इसके लिए शहरी यातायात में सक्रिय भूमिका के प्रतिकूल हाल के दिनों में महिलाओं की मौत के मामलों में वृद्धि देखी गई है।

      मंत्री महोदय ने कहा कि य‍ह गंभीर चिंता का विषय है।

      डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ‘’ मैं कार और बाइक चालकों को सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए देशभर में पैट्रोल डीलर एसोसियशन का सहयोग चाहता हूं। संभवत: ऐसी व्‍यवस्‍था विकसित की जाये जिसके तहत पैट्रोल और डीजल बेचने से ऐसे लोगों को मना कर दिया जाये जो सीट बैल्‍ट और हेलमेट नहीं लगाते। सीट बैल्‍ट  और हेलमेट नहीं लगाना दंडनीय बनाने के लिए यूरोपीय देशों की तरह नया कानून बनाना आवश्‍यक है।‘’

      स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने यह भी कहा कि सीट बैल्‍ट की अनदेखी करने के अतिरिक्‍त गाड़ी और बाइक चालकों की नई पीढ़ी मोबाइल फोन पर बात करती है तथा वाहन चलाते समय मैसेज भेजती और पढ़ती है। यह रूझान इतनी तेजी से फैला है कि यह कहना मुश्किल नहीं है कि नई पीढ़ी को सुरक्षा की बुनियादी जानकारी भी नहीं है।

      डॉ. हर्षवर्धन ने जनता से अपील करते हुए कहा, ‘’ आइये गोपीनाथ मुंडे की त्रासदी को क्रांतिकारी बदलाव के रूप में लें।‘’

      उन्‍होंने कहा, ‘’मंत्री जी की त्रासदी और असमय मृ‍त्‍यु को सभी वाहन चालकों को चेतावनी के रूप में लेना चाहिए। एक जिंदगी बचाना, एक जिंदगी बनाने के समान है और समाज में संभावित बदलाव लाने वाला ही भविष्‍य को सुरक्षित कर सकता है।‘’

वि‍जयलक्ष्‍मी/एएम/डीपी/पीके/एसके/वाईबी- 1809

Issues of Shalimar Bagh

The problems highlighted regarding stray dogs is prevalent all over, we the residents are also responsible for feeding the dogs, thus creating more concern.  Dog bites have become common, the friends, relations and even the home delivery boys hesitate to come in  our colony.  An early solution is needed to get rid off from this menace.  The inner floors located on the passage of the flats on the ground need to be re-carpeted.  The Sewer system also required to be cleaned in time in view of the coming Monsoon.  The problems as faced by the residents are reported many times, but are being ignored.  The officials need to be pulled up for satisfying the residents and make them wise in respect of their duties and responsibilities.  By the opening of underpass connecting GT Karnal Road with Shalimar Bagh, has caused great inconvenience specially to the residents of CC Block, Desu Colony BH Block and Shalamar Village.  The problem has so much multiplied that even the elderly persons and ladies are unable to cross the road during day and night.  The fact was also brought into the notice of the Commissioner of Police and the SHO Shalimar Bagh, but no remedial measures are taken till today.  The real problem is before opening the underpass, no planning was ever made for speedy dispersal of traffic, which is causing misery.  This is failure on the part of the Govt. planners, who are unable to predict the dispersal of traffic. Needs to be regulated.  

R K Nanda  
President 'Sahyog' Varisht Nagrik Manach, (Regd.) 
Shalimar Bagh, Delhi. 110088

Problems all over BUT none to listen !

Dear Mr. Vohra ji,

You have befittingly summed up all our problems being faced by us from A to Z - i.e. air(polluted) to Z (with stray dogs and monkeys etc.). EDMC/Police/Transport authorities/DJB/BYPL  etc. care-less to the public woes unless you grease their palms! How can you think of, even dream of abolishing corruption? Let me quote an instance - you are aware that there is a complete ban on digging the ground for fixing submersible pump to get ground water all over Delhi but if you pay a sumptuous amount, say to the extent of Rs.50,000/- (on negotiation you could bring it down to Rs.20,000 to Rs.25,000) to the Police authorities you could do it! Can it happen at any other place other than Delhi? In other words you could do and undo anything on payment of a demanded amount by the babus concerned in any department! How the large number of builders and contractors are undertaking massive construction without (underground) water?  People are using the underground water for washing cars, bathing in public but not available to water the parks etc. Appointed mallies never visit the park for watering, cleaning or pruning the areas. Water bills (which are smaller to the size of 2" x 8") are thrown at the doors of the residents by the Bill Clerks to be carried away by wind and later the DJB penalizes you for not making timely payment of bills. Why can't the DJB ensure bigger size of the bills like BYPL/IGL/MTNL etc. and hand them over to the residents by knocking at their doors or sent by couriers! Even the bills are not readable unless you use magnifying glass! You cannot get the encroachments/kitchen gardens removed by the MCD to facilitate parking of vehicles. You can't get the MTNL landlines rectified unless and until you constantly and consistently complain wasting your time and energy and thereby losing your patience too! You can't get the sewer and storm water drains cleaned unless the MCD takes mercy on you and you have to pay the people concerned - chaipani paise etc. You will permit creation of hospitals, health clinics, schools, dispensaries, markets etc. without sufficient parking space creating traffic jam on the roads and later blame the authorities concerned time and again but Police taking their 'mamool' regularly. Time is not far off when you may have to pay to the Post office staff some extra money to get a postcard, cover or money order forms etc. on payment of due amount! This is India - Maha Bharat! When will we overcome all these and more? Time alone will tell! We the people create and commit all crimes and blame each other! When we will wake up to do upright service to the people without favour or money? Will the DAY come?

TK Balu/Anand Vihar

Issues of Navrachna Apartments

RESPECTED VOHRA JI,

THANK YOU VERY MUCH AS FAR AS NAVRACHNA APPARTMENT IS CONCERNED THE FOLLOWING ARE THE PROBLEMS BEING FACED BY THE RESIDENTS.

1. INTERNAL ROAD:- THEY ARE IN VERY BAD SHAPE AS THE AUTHORITIES ARE NOT DOING ANY WORK INSIDE THE CGHS ON PLEA OF 15% REBATE IN HOUSE TAX THE MANAGEMENT DEMANDED RS15000 PER FLAT AS MORE THAN60 % RESIDENTS ARE PENSIONER & WIDOW THEY ARE UNABLE TO PAY.
2. OUTER WALL:- BAD SHAPE IN RECENT STORM PLASTER CAME OUT AND DAMAGED TWO CAR PARKED BELOW.
3. CAR PARKING:- WORST POSITION IT IS DIFFICULT TO IDENTIFY THE OWNER AS PEOPLE HAVE PARKED THEIR RELATIVES CAR UNABLE TO IDENTIFY AS THE PEOPLE ARE NOT PUTTING THE STICKER ISSUED  ON THE PLEA OF IT WILL MAR THE SHOW OF THE CAR AS MANAGEMENT IS HELPLESS BECAUSE ALL OF THEM ARE ABOVE 70 YEARS OF AGE.
4. OUTSIDE ROAD:- COMLETLY CHOKED FROM CHITRAKOOT APPARTMENT T POINT TO DR HEAD GEVAR HOSPITAL
5. REGULARISATION OF SELF DRAW:- SELF DRAW CONDUCTED IN 1991 IS STILL NOT REGULARISED REGISTRAR COOPERATIVE SOCIETY HAS CLEARED 44 MEMBER LIST OUT OF 98 RESULTING IN DRAW NOT REGULARISED BY DDA. COMPLETION CERTIFICATE HELD UP ON ACCOUNT OF THIS AND WE CAN NOT CONVERT OUR LEASE HOLD FLAT TO FREE HOLD. THE GPA HOLDERS CAN NOT BECOME MEMBERS OF THE SOCIETY AS ORIGINAL LIST IS NOT CLEARED SINCE 1991 AND THERE IS NO HOPE OF THE SAME.
6. WATER SUPPLY:- SATISFACTORY
7. OUTSIDE ROAD IS NOT CONSTRUCTED COMPLETLY BY PWD INSPITE OF REPEATED COMPLAINTS.
8. STRAY DOG PROBLEM: PERSISTED
9. STREET LIGHT:- OUTSIDE THE ROAD FROM CHITRAKOOT TO KARKARDOOMA COURT IS VERY BAD.
10. DRAIN CLEANING:OUTSIDE THE APPARTMENT:- NOT SATISFACTORY.
11. SANITATION CONDITION OUTSIDE:- SATISFACTORY.
12. TREE PRUNING:- NOT DONE FOR A LONG TIME
13. PARK:- IS MAINTAINED BY  MANAGEMENT OF THE SOCIETY AS AUTHORITIES CAN DO NO WORK INSIDE THE SOCIETY IN IN OUTSIDE EXCEPT CLEANING OF ROAD NOTHING IS DONE IT IS STEP MOTHERLY TREATMENT WITH COOPERATIVE GROUP HOUSING SOCIETY.

HOPING FOR SOME ACTION.

CHANDER MOHAN 
NavRACHNA APPARTMENT 
EAST ARJUN NAGAR 
DELHI 110032 

Tuesday, June 3, 2014

Issues of Priyadarshini Vihar

Dear Vohra ji,

Mr Balu's suggestion is excellent.  To start with,  an off the head wish list for our colony,  Priyadarshini Vihar is:

1.     Stray/street dogs problem is very serious; every day they bite some one or the other.  Guests are scared of coming to the colony. Our suggestion is that the RESIDENTS SHOULD NOT/NOT FEED THEM.  If the dogs don't find anything to eat, they will slowly
        move away.

2.     Storm  water drains are always full and stinking, and breed mosquitoes.  Despite repeated requests to the area Councillor and the sanitation  staff, with one excuse or the other, the drains are full and stinking as it is.

3.     Parking problem, partially due to excess number of cars per family.  If a family has more than two cars, they should be heavily taxed. Generally, people who have built 4-storied buildings with stilt parking, still park their cars outside due to more number of cars.

4.     Mass building activity by builders in almost every colony should be restricted.  They open flout building bye laws, e.g. in many cases, parking space is being used for other commercial purposes - no check from EDMC.  RWA should have some legal authority to restrict such activities.

5.     Our more than 10 years old RWA does not have a functional office space.  We operate from the residence of the President or the General Secretary and keep changing with the new incumbents.  A proper office space should be provided to RWAs to enable them to operate with more freedom and convenience.

6.     MCD guidelines for installation of security gates, hold the RWA office bearers responsible for keeping guards to man the gates at their own cost, and also hold them responsible for any mishap due to malfunctioning of gates, etc.   Only source of income for RWAs is subscription by residents; many of whom do not pay.  RWA should be empowered to force the residents/members to pay regularly.

That's all for the time being.


R. N. Gupta
General Secretary
Priyadarshini Vihar RWA

Issues of 'Anand Vihar' residential colony

As far as 'Anand Vihar' residential colony is concerned I would like to highlight the following perennial problems in nutshell being faced by us over a period of time paying little attention by the authorities concerned and demand remedial action expeditiously:-
1. Demolition of unused overhead water tank endangering the life and property of residents in and around.
2. Removal encroachments all over the colony including kitchen gardens paving way for parking of vehicles and smooth mobility or residents.
3. Thorough cleaning of storm water drains and punching of the concrete base to facilitate seeping of water, as a measure of water harvesting as well.
4. Attention to colonies parks, nursery plots and green belts by MCD/DDA on a time bound manner and carrying out the works needed.
5. Connection of 80 ft. road right from Srestha Vihar to Karkarduma jn. through the present DDA land, as already planned, to ease traffic on 100 ft. -Bhartendu Harish Chander Marg towards Yamuna Sports Complex.
6. Laying of a pucca road over the restored green belt area starting from Master Som Nath Marg to the 80 ft. road adjacent to the present Vivekanand School and beyond to connect it to Anand Vihar ISBT.
7. Improve the infrastructural conditions in the green belt of DDA facing the railway line on the Anand Vihar side.
8. Improve the railway land area weeding out all mush rood growth of wild plants and lighting the entire area from the safety and security view points.
9. Improve the condition of service lanes inside the colony.
10. Handing over the Community Hall to the local Society for its operation and maintenance, which is at present lying idle!
11. Make the nursery plots and tot-lots inside the colony fit enough for parking purposes.
12. Provision of 'bus shelters' on the 100 ft. road opp. to the main gate of Anand Vihar (near Gurdwara) and adjacent to Jagriti Enclave.
13. Provision of a Metro shuttle service between Karkarduma Metro Station and neighboring colonies for the benefit of commuters.
14. Removal of malba etc. lying all over the colony left over by builders.

With regards,
TK Balu/Anand Vihar