Tuesday, May 21, 2013

कैसी पब्लिक हियरिंग, जब पब्लिक ही न हो मौजूद?

पूनम पाण्डे, नवभारत टाइम्स | May 21, 2013, 05.30AM IST

दिल्ली में बिजली की लड़ाई लड़ने वाले अलग-अलग आरडब्ल्यूए के लोग कुछ साल पहले तक एक-दूसरे को नहीं जानते थे। डीईआरसी की टैरिफ तय करने वाली पब्लिक हियरिंग में ही ये लोग मिले और एक-दूसरे की बातें सुनकर सीखा, जाना और यहीं यह ग्रुप बना। अब बिजली के दाम कम करवाने के लिए यह ग्रुप मिलकर लड़ाई को आगे बढ़ा रहा है। लेकिन डीईआरसी की अब होने वाली पब्लिक हियरिंग में एक ग्रुप दूसरे ग्रुप को नहीं सुन पाएगा।

डीईआरसी ने कहा है कि डोमेस्टिक कैटिगरी के लिए 2-3 दिन लंबी पब्लिक हियरिंग होगी। इसमें सभी संबंधित पक्षों को, जिन्होंने हियरिंग में आने के लिए दिलचस्पी दिखाई था, अलग-अलग ग्रुप में बुलाया जाएगा। आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों के मुताबिक, डीईआरसी का इशारा साफ है कि पब्लिक हियरिंग के लिए पब्लिक नोटिस नहीं निकाला जाएगा। जब डीईआरसी ने पब्लिक से आपत्तियां एवं सुझाव मांगे थे, उसी में एक लाइन यह जोड़ी थी कि जो पब्लिक हियरिंग में आना चाहते हैं, वह भी बताएं। ईस्ट दिल्ली आरडब्ल्यूए जॉइंट फ्रंट के प्रेजिडेंट बी. एस. वोहरा ने कहा कि डीईआरसी बांटने की राजनीति कर रहा है। अलग-अलग ग्रुप में हमें एक-दूसरे के सुझाव और आपत्तियां कैसे पता चलेंगी। यह ट्रांसपैरंसी के खिलाफ है।


जीके-1 आरडल्यूए प्रतिनिधि राजीव काकरिया ने कहा कि अगर दिल्ली के अलग-अलग हिस्से की आरडब्ल्यूए मिलकर बिजली की लड़ाई को यहां तक ला पाए हैं, तो इसलिए कि हर मीटिंग में एक-दूसरे से मिले, सीखा और ग्रुप तैयार हुआ। डीईआरसी एक तरफ ट्रांसपैरंसी की बात कह रहा है और दूसरी तरफ एक ग्रुप को दूसरे ग्रुप से दूर रखकर ट्रांसपैरंसी ही खत्म कर रहा है।

उन्होंने कहा, मुमकिन है कि डीईआरसी के पास जगह की कमी है, इस वजह से वह ऐसा कर रहे हैं। लेकिन हमने कई बार डीईआरसी से मांग की है कि पब्लिक हियरिंग किसी बड़े हॉल में कराई जाए। पब्लिक हियरिंग में उन लोगों को भी आने का हक है जिन्होंने पहले लिखित में डीईआरसी को ऑब्जेक्शन-सजेशन नहीं दिए। अगर पब्लिक नोटिस के जरिए लोगों को बताया नहीं जाएगा और सिर्फ कुछ लोगों को इनवाइट किया जाएगा, तो यह पब्लिक हियरिंग के कॉन्सेप्ट को ही खत्म करेगा।

पिछली बार पब्लिक हियरिंग में कुछ नेता और उनके समर्थकों ने हंगामा किया था। मुमकिन है कि डीईआरसी ने इसलिए पब्लिक नोटिस न निकालने का मन बनाया है। आरडब्ल्यूए प्रतिनिधि सौरभ गांधी ने पब्लिक नोटिस न देने की शिकायत अपीलेट ट्रिब्यूनल में की है। मांग की है कि हियरिंग से पहले पब्लिक नोटिस निकालने के लिए डीईआरसी को निर्देश दें।



with thanks : Navbharat Times : LINK

Monday, May 20, 2013

Complaint BRPL : 39999707, BSES : 39999808


Now consumers can call BSES / BRPL & register the no power complaint. The numbers are 39999707 for BRPL and 39999808 for BYPL. Press 1 for ‘No Supply and choose Option 2 for IVRS based services. To avail this service, customers will have to get their mobile number registered.

Faulty meter of TPDDL


Dear Sir,

As per my lodged complaint to CGRF, model Town against Tata power for my electric meter reading fast, after that on 2nd may 2013, hon'ble judge decide the electric meter being faulty, so they ordered to Tata power ltd. to change my meter, but they not ordered to reimburse the excess consumption and penalty.

On 11th May 2013 my meter changed, after few days we have recd. the letter from CGRF that they closed my complaint. 

Please let me know when the meter being faulty they not reimburse me the excess consumption reading claim.

You are requested that kindly resolve my problem urgently.

Awaiting your quick reply.

Vijay Rani Gupta

Friday, May 17, 2013

Backlanes in Anand Vihar neglected : Balu ji in HT Live East


Recycling plant for debris : Hindustan Times


RWAs oppose .....

 
The views as expressed above are true and certainly the front line workers of the  RWAs are required to sit together and decide a joint strategy and once the  strategy is decided, all members of the respective RWAs/Federation etc need to  come in front of DERC.
 
Ashok K Bhatnagar
General Secretary
Jan Shakti Vikas Samiti

Thursday, May 16, 2013

RWAs oppose this adhoc style of DERC on Public hearings !

How the DERC can have a Public Hearing without any public notice & without any message / invitation / notice to stakeholders ? We have almost confirmed reports from our sources that A Public Hearing is being held tomorrow at 11 am for the commercial sector. Who will attend this public hearing ? What points will be discussed in the absence of MTAs & RWAs ? Strange behaviour from the side of Govt which seems the brain behind the DERC.

B S Vohra



Strongly disaprove as it is against Transparency and Norms.... It is the right of various stakeholders to listen to each others view points. Indeed DERC does not want the stakeholders to meet and be always divided. RWAs protest this Adhoc style of DERCs functioning.

Rajiv Kakria



DERC का मनमानी का एक और उदाहरण कल दिलली की जनता को देखने मे मिलेगा जब कल DERC दिलली के बिजली के रेटों पर बिना किसी public notice के जनसुनवाई की प्रकिया करेगी DERC आख़िर जनता से क्या छुपाना चाहती है ? क्या किसी आज दोपहर तक पता था कि कल कोई जनसुनवाई है ।

Saurabh Gandhi




Monday, May 13, 2013

East Delhi RWAs Joint Front

RWAs from East Delhi may join our, EAST DELHI RWAs JOINT FRONTIt's a FederationYou can view our activities from various links as below :       

www.RWABhagidari.com
www.RWABhagidari.blogspot.in
http://www.facebook.com/BSVohra
http://www.facebook.com/rwabhagidari


Please feel free to mail us at : rwabhagidari@yahoo.in