Wednesday, September 28, 2011

" VOICE OF DELHI " - THE MEGA RWA OF DELHI

We are launching very soon a MEGA RWA OF DELHI i.e. VOICE OF DELHI ". The RWA personalities from various parts of DELHI and willing to join us are requested to contact as soon as possible with complete contact details by an E MAIL to become a member.


With best regards,

B S Vohra
EAST DELHI RWAs JOINT FRONT
www.RWABhagidari.blogspot.com
www.RWABhagidari.com
rwabhagidari@yahoo.in

Roads that lead NOWHERE : HT



with thanks : hindustan times : link above.

Invitation ! An opportunity with unlimited business potential in automation industry



Yes it’s true!!
Srishti Systems
The complete show on Ricoh Brand Copier, Printer, MFD's & Wide Format Machines with new Technology & Innovation
Now at New Delhi  on  September 29-09-2011 & 30-09-2011
Dear Sir,
We invite you to witness the display of Ricoh  Brand Machines exhibition at Himachal Bhawan, Mandi House, NEW DELHI”. 
This gives you a wonderful opportunity to interact with our team members personally and know more about Ricoh Brand Machines. We look forward to  your presence in the exhibition onSeptember 29th and 30th  at Conference Hall, 1st Floor, from 10.00am to 5.30pm.
Need more information?
Feel free to ask!!
R.S.V.P.
Sandeep Kapoor:  9212137986
Rakesh Gulati: 9654996564
Thanks & Regards,
SANDEEP KAPOOR
Director
Srishti Systems

यहां नशे की गिरफ्त में हैं महिलाएं और बच्‍चे :


राजस्थान के ग्रामीण अंचल में इन दिनों शराब का काफी प्रचलन बढ़ने लगा है। कई घर उजाड़ चुके तथा बड़े कांड करवाने वाला यह नशा अब महिला व बच्चों पर भी अपना रंग चढ़ाता नजर आ रहा है। आने वाली युवा पीढ़ी जो देश का भविष्य है का आकर्षण इसकी और बढ़ रहा है, वही सबसे ज्यादा इसका शिकार हो रही है। सरकारी आबकारी नीति के चलते गांव-गांव ढाणी-ढाणी में खुली शराब की दुकानों ने इसकी खरीद खरीद आसान करने के साथ युवा वर्ग को इस और आकर्षित कर लिया है। शराब की दुकानों पर खरीद के लिए कम उम्र के बच्चे भी बेझिझक पहुंच रहे है। वहीं शराब पीने के मामले में महिलाएं भी पीछे नहीं रही है।
शराबमहिलाओं द्वारा भी बड़ी संख्या में शराब का सेवन किया जा रहा है, इसमें ज्यादातर संख्या मजदूर वर्ग के तहत आने वाली महिलाओं की है, जो दिन भर खून पसीना बहाकर अपनी मेहनत के पैसे से शराब का सेवन कर अपने परिवार को आर्थिक रूप से पीछे धकेल रही है और साथ ही अपने बच्चों में गलत संस्कारों का समावेश भी कर रही है। एक दिन ग्रामीण क्षेत्र के प्रवास के दौरान बारां जिले के मांगरोल उपखंड में स्थित बमोरीकलां तिराहे पर स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान पर देखने को मिला, जब दो महिलाएं शराब की दुकान पर बेखौफ खड़ी शराब लेती नजर आईं। सरकार को चाहिए की शराब की दुकानों को पांबद किया जाये कि कम उम्र के बच्चों को शराब नहीं बेची जाए तथा शराब की लत से दूर रखने के लिए महिलाओं को प्रेरित करने का प्रचार अभियान शुरू किया जाए।

मनीष सोलंकी