संजय टुटेजा/एसएनबी नई दिल्ली। जनता से विकास के वायदे कर चुनाव जीतने वाले विधायक विकास कायरे के प्रति न तो संवेदनशील हैं और न ही उन्हें अपने क्षेत्र की समस्याओं की कोई फिक्र है। हाल यह है कि दिल्ली सरकार के पांच मंत्रियों समेत 70 में से 64 विधायकों की विधायक निधि की राशि 50 प्रतिशत तक खर्च नहीं की गई है। छह से अधिक विधायक ऐसे हैं जिनकी विधायक निधि में लगभग पांच करोड़ रुपए तक बकाया पड़े हैं। दिल्ली के सभी विधायकों को अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए विधायक निधि के रूप में पहले प्रत्येक वर्ष दो करोड़ रुपए दिए जाते थे लेकिन विधायकों की मांग इस राशि को बढ़ाकर चार करोड़ कर दिया गया था। विधायकों की मांग को सरकार के पूरा किए जाने के बावजूद विधायक क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान के लिए अपनी विधायक निधि को खर्च करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। चार विधायक तो ऐसे हैं जिन्होंने इस वर्ष के चार करोड़ में से एक पाई नहीं लगाई है और पिछले वर्ष का भी लगभग एक करोड़ उन्होंने खर्च नहीं किया है। इन विधायकों की विधायक निधि में पांच करोड़ रुपए से अधिक की राशि बेकार पड़ी है। इन विधायकों में कांग्रेस के प्रह्लाद सिंह साहनी ने 5.18 करोड़, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष चौ. प्रेम सिंह ने 5.33 करोड़ व हसन अहमद ने 5.87 करोड़ रुपए खर्च नहीं किए हैं जबकि भाजपा के धर्मदेव सोलंकी की विधायक निधि में सर्वाधिक 5.94 करोड़ रुपए अभी बिना खर्च किए पड़े हैं। कुल 70 विधायकों में से 27 विधायक ऐसे हैं जिनकी विधायक निधि में अभी तीन करोड़ रुपए बकाया है जबकि 25 विधायकों की विधायक निधि में दो करोड़ से अधिक बकाया हैं। जिन विधायकों ने अपनी पूरी विधायक निधि को खर्च किया है उनमें शहरी विकास मंत्री राजकुमार चौहान तथा नेता प्रतिपक्ष प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा शामिल हैं। ओखला के विधायक आसिफ मोहम्मद खान की विधायक निधि में 4.99 करोड़, मटिया महल के विधायक शोएब इकबाल की विधायक निधि में 3.50 करोड़ रुपए तथा सीलमपुर के विधायक मतीन अहमद की विधायक निधि में लगभग तीन करोड़ रुपए बकाया पड़े हैं। जिन मंत्रियों की विधायक निधि में बकाया राशि पड़ी है उनमें बल्ली मारान के विधायक व ऊर्जा मंत्री हारुन यूसुफ विधायक निधि खर्च न करने वालों में सबसे ऊपर हैं। उनकी विधायक निधि में 4.42 करोड़ रुपए बकाया है। इसी प्रकार उद्योग मंत्री रमाकांत गोस्वामी की विधायक निधि में 3.94 करोड़ रुपए बकाया है तथा स्वास्थ्य मंत्री अशोक कुमार वालिया की विधायक निधि में 2.97 करोड़ रुपए बकाया है। समाज कल्याण मंत्री प्रो. किरण वालिया की विधायक निधि में 2.85 करोड़ रुपए तथा परिवहन मंत्री अरविंदर सिंह लवली की विधायक निधि में लगभग दो करोड़ रुपए बकाया पड़े हैं। इनके अलावा विधानसभा अध्यक्ष डा. योगानंद शास्त्री, विधानसभा के उपाध्यक्ष अंबरीश गौतम, भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डा. हषर्वर्धन, कांग्रेस के नीरज बसोया भी उन विधायकों में शामिल हैं जिनकी विधायक निधि में अभी काफी धन बकाया है। सूत्रों के अनुसार विकास कायरे को गति देने तथा विधायक निधि को खर्च करने के लिए शहरी विकास मंत्रालय सभी विधायकों को यह कह चुका है कि वह अपनी विधायक निधि से किए जाने वाले खर्च की कार्ययोजना बनाकर शहरी विकास विभाग को जमा करा दें बावजूद इसके विधायक इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं। चालू वित्तीय वर्ष के लगभग छह माह बीत चुके हैं और अभी तक अधिकतर विधायकों ने अपनी कार्ययोजना भी नहीं दी है। with thanks : Rashtriy Sahara : link above. |
RWABhagidari is the largest network of Resident Welfare Associations - RWAs of Delhi for raising various Social & Civic issues, concerning the general public. Please feel free to communicate with us : rwabhagidari@yahoo.in :We don't vouch the views expressed by our visitors in their posts or comments.
Pages
▼
Pages
▼
No comments:
Post a Comment